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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 10)
मृत्यु से पहले कायर कई बार मरते हैं Mrityu se pehle kayar kai baar marta hai लगातार मृत्यु से डरते हुए जीना स्वयं ही मृत्यु के समान है। कायर व्यक्ति की आत्मा मामूली भय अथवा हानि की थोड़ी सी आशंका से काँपने लगती है। तब उसकी सभी शक्तियाँ कुण्ठित हो जाती हैं और उसकी इच्छा-शक्ति दुर्बल हो जाती है। ऐसा व्यक्ति कीड़े की तरह जीता है जिसे कभी भी कुचला और...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सैनिक का जीवन Sainik Ka Jeevan सैनिक अपने राष्ट्र का गौरव होता है। वह अपने रक्त तथा जीवन से अपनी मातृभूमि के सम्मान की रक्षा करता है। उसे अपने परिवार और स्वयं अपने से भी ऊपर उठना होता है। उसका व्यवसाय उसमें शौर्य, अनुशासन, सामूहिक भावना, राजभक्ति और दृढ़ता के सर्वोत्कृष्ट गुण उत्पन्न करता है। उसका उदाहरण उन लोगों के लिए प्रकाश स्तम्भ का कार्य करता है जो दब्बू और कायर...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
साहसी और कर्मशील ही सफल होता है Saahsi aur Karmsheel hi Safal hota hai सफलता की देवी केवल उन्हीं लोगों को दर्शन देती है जो अपना सब कुछ उसको अर्पण कर देते हैं। सफलता केवल चाहने अथवा माँगने से प्राप्त नहीं होती। इसके लिए व्यक्ति को संघर्ष करना पड़ता है, पसीना बहाना पड़ता है और त्याग करना पड़ता है। साहसी व्यक्ति ही इसका पात्र होता है। कायर व्यक्ति सोचता ही रहता...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दिखावटी मित्र Dikhawati Mitra बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें आप अपना परिचित कहते हैं। ऐसे लोग भी होते हैं जिनके सम्पर्क में आप होते हैं, इसलिए नहीं कि आप के अन्तरंग व्यक्तिगत सम्पर्क में होते हैं या सम्बन्धी होते हैं बल्कि केवल इसलिए कि उनमें से किसी एक ने कभी रेलगाड़ी के एक ही डिब्बे में आपके साथ यात्रा की होती है या कोई अन्य आपका पड़ोसी है अथवा...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
यदि मैं डाक्टर होता Yadi Mein Docdor Hota हिपोक्रिटीस और चरक के समय से अब तक चिकित्सा शास्त्र को सबसे उत्कृष्ट व्यवसायों में से एक माना जाता रहा है जिसकी अभिलाषा किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। इससे निर्धन और लाचार लागों की सेवा करने का अवसर मिलता है। इससे अपनी घर-गृहस्थी को चलाने के लिए पर्याप्त धन भी प्राप्त हो जाता है। परन्तु आजकल, हम देखते है कि चिकित्सा...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बिन बुलाये मेहमान Bin Bulaye Mehmaan मेहमान अनिष्टकारी होते हैं, यह विचार मेरे मन में तब आया था जब मैंने अपने घर में बहुत बड़ी संख्या में मेहमानों को देखा। कुछ को तो हम जानते थे परन्तु कुछ ऐसे थे जिन्हें हम सब बिल्कुल नहीं जानते थे, हमने उन्हें कभी नहीं देखा था और न ही उनके बारे में सोचा था। क्या आपने कभी बिना सूचना, पत्र, तार अथवा टेलीफोन के...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा प्रिय ऐतिहासिक वीर पुरूष Mera Priya Aitihasik Veer Purush मेरे प्रिय ऐतिहासिक वीर पुरुष शिवाजी हैं। वे एक राष्ट्र निर्माता थे। उन्होंने मुगल बादशाह औरंगजेब के अत्याचारों के विरुद्ध लड़ाई की। वे निर्बल और निर्धन के रक्षक थे। उनका जन्म 1627 में हुआ था। उनके पिता शाहजी भोंसले बीजापुर के सुल्तान के एक जागीरदार थे। उनकी माता जीजाबाई एक धार्मिक स्त्री थीं। शिवाजी के चरित्र निर्माण में उनका बड़ा योगदान...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
गणतंत्र दिवस Gantantra Diwas भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतन्त्रता प्राप्त हुई थी। परन्तु इसका शासन अभी भी उसी संविधान द्वारा चलाया जा रहा था जिसे अंग्रेजों ने हमारे लिए बनाया था । स्वतन्त्रता प्राप्ति के पहले से ही संविधान सभा को भारत के लिए नया संविधान बनाने का काम सौंपा गया था। 26 नवम्बर, 1949 को संविधान बनाने का कार्य पूरा हो गया था। इसे 26 जनवरी, 1950 को...
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