Hindi Letter on “Sahitya Rachnao par Karyakram prasaran ke sandharbh mein Director Doordarshan ko patra”, “साहित्यिक रचनाओं पर कार्यक्रम प्रसारण के संदर्भ में निदेशक दूरदर्शन को पत्र ” ।
साहित्यिक रचनाओं पर कार्यक्रम प्रसारण के संदर्भ में निदेशक दूरदर्शन को पत्र ।
परीक्षा भवन
2 अप्रैल, 20……
सेवा में,
कार्यक्रम निदेशक
दूरदर्शन केन्द्र
नई दिल्ली।
विषय–साहित्यिक रचनाओं पर कार्यक्रम प्रसारण के संदर्भ में
महोदय!
दूरदर्शन की ओर से प्रसारित किए जाने वाले कार्यक्रम स्वस्थ मनोरंजन पर आधारित होते हैं। मैं सदा इन कार्यक्रमों की प्रशंसक रही हूँ। दूरदर्शन और अधिक स्वस्थ और मनोरंजनमय कार्यक्रम बनाए इस संदर्भ में कुछ सुझाव देना चाहती हूँ। आशा है आप इन सुझावों की ओर ध्यान देंगे।
मैं चाहती हूँ हिंदी की प्रतिष्ठित रचनाओं पर कार्यक्रम तैयार किए जाएँ। जैसे रामधारी सिंह दिनकर का कुरुक्षेत्र। इसे गीतिनाट्य के रूप में प्रसारित किया जा सकता है। जैनेन्द्र का ‘त्याग पत्र’ उपन्यास को नाट्यरूपक के रूप में प्रकाशित किया जा सकता है। मृदुला गर्ग का ‘टुकड़ा-टुकड़ा आदमी’ कहानी संग्रह में ऐसी कहानियाँ जिन्हें सुन्दरता से प्रसारित किया जा सकता है। कृष्णा सोबती की ‘ए लड़की’ भी इसी प्रकार की कहानी है जिसे दूरदर्शन पर प्रसारित किया जा सकता है।
अगर इस तरह के साहित्यिक कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे तो समाज का दृष्टिकोण स्वस्थ होगा।
भवदीय
गुलाब कुमारी