Hindi Letter “Ek Bbhavuk prem patra apni premika ke naam”, “एक भावुक प्रेम का पत्र अपनी पे्रमिका के नाम” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes
एक भावुक प्रेम का पत्र अपनी पे्रमिका के नाम
Ek Bbhavuk prem patra apni premika ke naam
मेरी प्रियतमा राखी,
तुम्हें क्या कहकर सम्बोधन दूँ, मेरे पास शब्द ही नहीं हैं।
प्रियतमा तुम कैसी हो? कल रात मैंने तुम से सोते-सोते मुलाकात की थी, हाँ-हाँ स्वप्न में। तुम्हारे ख्वाब मुझे सोने नहीं देते। विश्वास करों मैं तुम्हारे बिना जल-बिन मछली की तरह तड़पता रहता हूँ। होली की प्रतीक्षा है जब तुम मेरे घर आओगी। मैं प्रत्येक दिन तुम्हार सुरक्षा के लिए ईश्वर से कामना करता हूँ। तुम्हारी सुरक्षा ही मेरी सुरक्षा है, क्योंकि तुम्हारे बिना तो मैं जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। ईश्वर करे मेरी भी उम्र तुम्हंे लग जाये। तुम्हें गर्म हवा भी न छू सके। तुम पर कोई मुसीबत न आये। अच्छा, यदि मैं तुम्हारे बारे में सोचता गया तो कलम तुम्हारे बारे में लिखती जायेगी। तो आओ तुम्हें शुभ रात्रि कहूँ क्योंकि अब रात के बारह बज चुके हैं।
पत्रोतर देना, क्यांेकि तुम्हारे पत्र मुझे भावानात्मक सहारा प्रदान करते हैं। मेरे जीवन मंे जो सबसे बड़ा अजूबा हुआ है वह तुम्हारा मेरे जीवन में आना। प्यार तथा पूर्व स्मृतियों के साथ।
प्यार में सदा तुम्हारा,
राहुल