Hindi Letter “Cricket ko chod anya khelo ke prati Udasinta ke sandharbh me Smpadak ko Patra”, “क्रिकेट को छोड़ अन्य खेलों के प्रति उदासीनता के संदर्भ में संपादक का पत्र”
क्रिकेट को छोड़ अन्य खेलों के प्रति उदासीनता के संदर्भ में संपादक का पत्र
परीक्षा भवन
दिनांक…..
सेवा में,
कार्यकारी संपादक
दैनिक अमर उजाला
नोएडा (उत्तर प्रदेश)
विषयः अन्य खेलों के प्रति उदासीनता के संदर्भ में
महोदय!
जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय युवकों में क्रिकेट के प्रति भारी उत्साह है। यह इतना बढ़ गया है कि उसे याद ही नहीं है कि क्रिकेट के अतिरिक्त भी बहुत-से खेल हैं और इनमें भारतीय युवकों ने कभी देश में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उदाहरण के तौर पर हाकी के खेल को लिया जा सकता है। इसी तरह फुटबाल का खेल है। इन खेलों के प्रति युवकों को उत्साहित होने की आवश्यकता है। इन्हें प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की ओर से भी प्रयास किए जा सकते हैं। आज तो हालत यह है कि जिसे देखो क्रिकेट के पीछे पड़ा है। आपसे अनुरोध है कि आप इस पत्र को प्रकाशित करें ताकि युवकों में अन्य खेलों के प्रति भी उत्साह का भाव जागे।
भवदीय
कैलाश नाथ भाटिया
राजौरी गार्डन
दिल्ली।