Hindi Letter “Bhugtan ke bare me dabav dalne wala patra ”, “भुगतान के बारे में दबाव डालने वाला पत्र” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes
भुगतान के बारे में दबाव डालने वाला पत्र
Bhugtan ke bare me dabav dalne wala patra
आदरणीय,
मुझे खेद सहित एक बार पुनः आपका ध्यान आकृष्ट कराने की आवश्यकता पड़ रही है। मैं एक बार पुनः आपका घ्यान, बिना अदायगी किये पड़े बिल के प्रति आकृष्ट करना चाहता हूँ। मुझे विश्वास है कि किसी भ्रमवष आपके घ्यान में आये बगैर मेरी अदायगी रह गयी है। उस पर कृपा दृष्टि करें।
आपका कृतज्ञ रहूँगा यदि आप लौटती डाक से उनकी अदायगी की व्यवस्था कर दें।
आभारी रहूँगा।
आपका,
करमउद्धीन
श्रीमान्,
मैं आपके पत्र की भाषा को अच्छी तरह समझ गया हूँ। आपके बिल की पूर्णतया अदायगी मैं कर रहा हूँ।
कृपया भविष्य के लिए मेरा खाता अब बन्द कर दीजिये।
आपका,
दीनोअकरम
उपरोक्त का उत्तर
आदरणीय दीनोअकरम साहब,
मुझे खेद है कि अपने लम्बे समय से बिना अदा किये पड़े बिल के प्रति ध्यानाकर्षण कराने जाने को नाराजगी के अर्थ में ले लिया है। जिस अर्थ में आपने मेरे पत्र को लिया है, वैसा मेरा कोई आशय न था। आपकी ओर से की गयी अदायगी मुझे प्राप्त हो चुकी है। मैं विष्वास करता हूँ कि कृपापूर्वक हमारे पक्ष में अब आप खाता चालू रखने की मुझे इजाजत देंगे।
सधन्यवाद।
आपका ही,
करमउद्धीन
उपरोक्त का उत्तर
जनबा करमउद्धीन साहब,
आपके 13.5- के पत्र के लिए धन्यवाद। मैने एक अन्य पूर्ति करने वाले दुकानदार से अपना लेन-देन बना लिया है। मुझे खेद है कि आपसे अब मैं लेन-देन न कर सकूंगा। भविष्य में अच्छे व्यवहार के प्रति आशावान हूँ।
आपका,
दीनोअकरम