Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pustak Mela” “पुस्तक मेला” for Class 10, 12 Students.
पुस्तक मेला (Pustak Mela)
पुस्तक मेले हमारे लिए वरदान हैं। यहाँ पर अपनी विषयों पर सभी पाठक अपनी रुचि से योग्यता एवं आवश्यकतानुसार पुस्तकों का चुनाव कर सकते हैं। विषय और मूल्य की विविधता इस चुनाव को और भी सरल, सहज और सरस बना देती है। मेले में पुस्तकों पर चर्चाएँ और गोष्ठियाँ होती हैं जो पाठकों के लिए अत्यंत लाभदायक हैं। दिल्ली के प्रगति मैदान में हर वर्ष पुस्तक मेले का आयोजन किया जाता है। मेला और प्रदर्शन स्थल विस्तृत क्षेत्र में फैला है। वहाँ इतने प्रकाशकों के स्टॉल लगे होते हैं कि सब के सब एक दिन में देख पाना संभव ही नहीं। प्रदर्शित पुस्तकों को आकर्षक रूप से प्रस्तुत किया जाता है। एक पुस्तक मेले का सबसे बड़ा लाभ या महत्त्व यह है कि यह लोगों के बीच किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, साथ ही शिक्षा, ज्ञान और संस्कृति का प्रसार करते हैं।