Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Gramin Jeevan aur Bharat” “ग्रामीण जीवन और भारत” for Class 10, 12 Students.
ग्रामीण जीवन और भारत (Gramin Jeevan aur Bharat)
भारत देश गाँवों का देश कहा जाता है। देश की विस्तृत आबादी आज भी यहाँ के गाँवों में ही रहती है। आज़ादी के सात दशक बाद भी यहाँ दो देश की झलक मिलती है-एक ‘भारत’ एवं एक इंडिया। यह देश के ग्रामीण एवं शहरी इलाकों की वास्तविकता बताने के लिए काफी है। ग्रामीण शहरी जीवन की कठिनाइयों से घबराते हैं। उन्हें शहरों का शोर-शराबा, भीड़, धुआँ और प्रदूषण घातक लगता है। शहर में नित नए अपराध भी उन्हें सताते हैं। शहरी जीवन कठिन चुनौतियों से भरपूर और अत्यंत ही गतिशील होता है। नवीनतम और अत्याधुनिक सुख- सुविधाओं के साधन सहजता से उपलब्ध होते हैं लेकिन सभी अति व्यस्त जीवन जीते हैं। वे ग्रामीणों की तरह धूप, हरियाली और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेने से वंचित रह जाते हैं। आज गाँवों में शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, परिवहन और बिजली जैसी समस्याओं का भी अभाव है। हम गाँव में रहें या शहर में सही संतुलन रखना आवश्यक है क्योंकि ये दोनों ही भारत के विकास के अभिन्न अंग हैं।