Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Barack Obama”, “बराक ओबामा” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
बराक ओबामा
Barack Obama
जैसे कि हम सब जानते हैं, परिवर्तन संसार का नियम है। अमेरिका में, चली परिवर्तन की बयार ने भी अपना असर दिखा दिया। मंगलवार 4 नवंबर 2008 को जो हुआ, वह अमेरिकी लोकतंत्र के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। अश्वेत मूल के बराक हुसैन ओबामा ने व्हाइट हाउस में अपनी जगह पक्की कर ली। मतदाताओं ने नस्लीय भेदभाव के बैरियर को तोड़ दिया और अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में एक ऐसे अश्वेत व्यक्ति को चुना, जिसका नाम है बराक ओबामा। ओबामा को चुनने में गोरे और काले दोनों ही शामिल थे। जैसे अमेरिका बदला, अब बारी है दुनिया बदलने की।
ओबामा के पिता बराक ओबामा सीनियर का जन्म केन्या में हुआ था। उन्हें अमेरिका की हवाई यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए वजीफा मिला और इस तरह वे अपने सपनों के देश पहुंच गए। यहीं पर उनकी आंख उनकी भावी पत्नी एन.डनहैम से लड़ी। पढ़ाई के दौरान ही दोनों ने शादी कर ली। जब ओबामा जूनियर 1 साल के थे, तभी उनके पिता पढ़ने के लिए हार्वर्ड चले गए। पढ़ाई पूरी करके वे केन्या लौट गए। ओबामा के लिए साल 1982 दुःख भरा गुजरा, इसी वर्ष उनके पिता की कार दुर्घटना में मौत हो गई। होनोलूलू में जन्म लेने वाले ओबामा, केन्याई मूल के अश्वेत पिता तथा अमरीकी मूल की माता की संतान हैं। 6-10 वर्ष तक जकार्ता, इंडोनेशिया में
अपनी माता और इंडोनेशियाई सौतेले पिता के संग उन्होंने समय बिताया। उनके बचपन का नाम बैरी था। बाद में वे होनोलूलू वापस आकर अपने ननिहाल में ही रहने लगे। 1992 में ओबामा का शुभ विवाह मिशेल के साथ संपन्न हुआ। जिससे उन्हें 2 पुत्रियाँ हैं, मालिया तथा साशा। 1995 वर्ष भी उनके लिए दुःखद् सिद्ध हुआ, इस वर्ष उनकी मात्य का कैंसर से देहांत हो गया। 1995 की तरह ही 2008 को ओबामा का आरंभिक लालन पालन करने वाली दादी मेडलिन दुनहम का भी निधन हो गया।
ओबामा 6 वर्ष की अवस्था में जकार्ता चले गए थे। यहीं पर इन्होंने एक केथोलिक स्कूल में पढ़ाई संपन्न की। बाद में राज्य के प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई की। इसके बाद वह राज्य के प्राथमिक स्कूल मेंटेंग में परने लगे। ओबामा हार्वड लॉ स्कल से 1991 में स्नातक बनें। यहीं पर वह हार्वड लॉ रिव्यू के पहले अफ्रीकी । अमरीकी अध्यक्ष भी रहे। इनकी दो लोकप्रिय पुस्तकें ड्रीम्स फ्रॉम माई फादर, अ स्टोरी ऑफ रेस एंड इन्हेरिटेंस का प्रकाशन लॉ स्कूल से स्नातक बनने के कुछ दिन बाद ही हुआ था। पहली पुस्तक में उनके होनोलूलू व जकार्ता में बीते बालपन, लॉस एंजलिस व न्यूयॉर्क में व्यतीत कालेज जीवन तथा 80 के दशक में शिकागो शहर में सामुदायिक आयोजक के रूप में उनकी नौकरी के दिनों के संस्मरण हैं। इसी पुस्तक पर आधारित एक ऑडियो बुक भी है, जिसे 2006 में प्रतिष्ठित ग्रैमी अवार्ड से नवाजा गया है। ओबामा की दूसरी पुस्तक द ओडेसिटी ऑफ होप, थॉट्स आन रिक्लेमिंग द अमरिकन ड्रीम सन् 2006 में प्रकाशित हुई और शीघ्र ही बेस्टसेलर सूची में शामिल हो गई। इसी पुस्तक पर आधारित एक ऑडियो बुक भी है, जिसे 2008 में प्रतिष्ठित ग्रैमी अवार्ड से नवाजा भी गया है। सूत्रों का मानना है कि पुस्तक के प्रचार के दौरान लोगों से मिलने के प्रभाव ने ही ओबामा को राष्ट्रपति पद के चुनाव में उतारने का हौसला दिया।
44 वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए ओबामा ने इंडोनेशिया में चार वर्ष गुजारे थे। शिकागो में एक भाषण के दौरान 47 वर्षीय ओबामा ने समर्थकों से कहा – वैसे जो यह काफी समय से चल रहा था लेकिन आज रात हमने जो किया उस निर्णायक क्षण में अमेरिका में परिवर्तन आ गया है। जहाँ वे भाषण दे रहे थे, वहाँ तकरीबन दो लाख से भी ज्यादा ओबामा समर्थक जुटे थे।
ओबामा ने डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति की उम्मीदवारी हासिल करते ही बदलाव की बात शुरु की। 20 जनवरी 2009 को राष्ट्रपति बनने के बाद जश्न मनाने की बजाय उन्होंने कुर्सी संभालने की तैयारी की। उनका प्रचार अभियान ही बदलाव पर केन्द्रित रहा। उनके पक्ष में 349 निर्वाचकों को जिता डाला। 435 सदस्यों वाली प्रतिनिधि सभा में 18 सीटों के फायदे के साथ डेमोक्रेट्स की संख्या 252 हो गई। इसी के साथ 8 साल पुराने बुश प्रशासन को अमेरिकियों ने खारिज कर दिया।
अमेरिका में बराक ओबामा के राष्ट्रपति चुने जाते ही भारत अब इस आकलन में जुट गया कि एशिया के तमाम मुल्कों को लेकर वाशिंगटन की नीति क्या करवट लेगी। भारत को परमाणु सहयोग के मामले में बदलाव महसूस होगा।
सन् 2011 में आतंकवाद के मुखिया, 9:11 के आतंकी ओसामा बिन लादेन के अलावा कई आतंकियों को ओबामा ने उनकी सही जगह (मृत्यु) पहुँचा दिया।।