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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 233)
अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियां Antriksh me Bharat ki Uplabhdiya भारत दुनिया के पहले कुछ ऐसे देशों में से एक है जिसने देश के विकास में ’स्पेस टेक्नोलाॅजी’ के महत्व को अच्छी तरह से समझा है। अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरूआत के बाद इन तीन दशकों में भारत ने इस क्षेत्र में जबर्दस्त सफलता हासिल की है। इंडियन नेशनल सैटेलाइट (इनसैट) और इंडियन रिमोट सेसिंग (आई. आर. एस.) सैटेलाइट विकसित कर...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा भारत महान Mera Bharat Mahan हमारा देश भारत अत्यन्त महान् एवं सुन्दर है। यह देश इतना पावन एवं गौरवमय है कि यहाँ देवता भी जन्म लेने को लालायित रहते हैं। हमारी यह जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। कहा गया है-श्जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीबसीश् अर्थात् जननी और जन्म भूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। प्रसिद्व छायावादी कवि जयशंकर प्रसाद जी ने अपने एक नाटक के गीत में लिखा है-...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
केबल टीवी के समाज पर प्रभाव Cable TV ke Samaj par Prabhav भारतीय समाज में पिछले दस-बारह वर्षों में केबल संस्कृति की वजह से अनेक परिवर्तन आए हैं। रंगीन टेलीविजन पर जब से लोगों ने अनेक टी.वी. चैनलों पर विभिन्न कार्यक्रम देखने में अधिक रूचि दिखाई है, तब से इसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है। केबल संस्कृति से भारतीय समाज में आधुनिकता और पाश्चात्य संस्कृति...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
कंप्यूटर के लाभ अथवा हानियाँ Computer Ke Labh athva Haniya आज के युग को ’कंप्यूटर युग’ कहना अत्युक्ति न होगा। विज्ञान के क्षेत्र में ऐसे-ऐसे आविष्कार हो चुके हैं कि मनुष्य उन्हंे देखकर दाँतों तले उंगली दबा लेता है। कंप्यूटर का आविष्कार वैज्ञानिक चमत्कारों में एक ऐसा ही चमत्कार है जिसने मानव जीवन को सरल एवं सुखद बना दिया है। भारत समेत दुनिया के अनेक देशों के कंप्यूटर अपने विकास...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरे सपनों का भारत Mere Sapno ka Bharat Best 5 Essay on ” Mere Sapno ka Bharat” निबंध नंबर :- 01 मैं भारत का निवासी हूँ। मुझे अपने देश पर गर्व है। मैं अपने सपनों में एक महान देश की कल्पना करता हूँ। मेरे सपनों का भारत ऐसा होगा जिसमें सब देशवासी सुख-शांति से रह सकेंगे। यह भारत प्राचीन गौरवशाली भारत के समान होगा प्राचीनकाल में भारत को ‘सोने...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments
आज की नारी Aaj Ki Nari आधुनिक काल में नारी-सामाजिक व्यवस्था में स्थान रखती है। पुरूषों की भाँति ही वह उच्च शिक्षा ग्रहण करती है, सभी प्रकार की टेªनिंग लेती है और घर की सीमाओं से बाहर निकलकर स्कूल, क्रीड़ा जगत, पुलिस, सेना आदि कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं जहाँ नारी का प्रवेश न होता है। शिक्षा प्राप्ति और नौकरी से और कोई लाभ हुआ हो या न हुआ हो, एक...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
प्रगतिशील भारत की समस्याएँ Pragatisheel Bharat ki Samasyaye प्रत्येक प्रगतिशील देश को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। भारत भी प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उसे भी अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। वर्तमान समय में भारत को आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष करना पड़ रहा है। आज सारा भारत इससे ग्रस्त है। विशेषकर जम्मू-कश्मीर आतंकवादियों का शिकार हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप अनेक निर्दोष व्यक्ति हत्या के शिकार...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सांप्रदायिकता Sampradayikta भारत में ‘ सांप्रदायिक एकता ’ का प्रश्न ज्वलन्त है, क्योंकि प्रति वर्ष सैकड़ों लोग सांप्रदायिक दंगों में मारे जाते हैं। संप्रदाय के नाम पर घृणा, ईष्र्या, द्वेष, क्रोध, दंगा, हत्या, तोड़-फोड़, क्रूरता, बर्बरता जैसी अमानवीय प्रवृत्तियाँ पनपती हैं, और इनके कारण मानवीय संवेदना ही समाप्त हो जाती है। मानव, मानव न रहकर पशु हो जाता है, हिंसक हो जाता है। ऐसी अवस्था में मानवीय मूल्यों पर विश्वास करने...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment