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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 232)
आज की युवा पीढ़ी Aaj ki Yuva Pidhi जब समाज निर्माण के संदर्भ मे युवा-पीढ़ी की भूमिका की चर्चा की जाती है तो स्वभावतः अनेक प्रश्न उत्पन्न होने लगते हैं। इनमें महत्चपूर्ण प्रश्न यह है कि युवा पीढ़ी में किन व्यक्तियों को रखा जाए। आज सामान्य रूप से युवा-पीढ़ी के अंतर्गत विद्यालय, महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने वाले युवक-युवतियों को लिया जाता है, किन्तु युवा-पीढ़ी के अन्तर्गत...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दहेज प्रथा: एक अभिशाप Dahej Pratha : Ek Abhishap Best 3 Hindi Essay on “Dahej Pratha ek Abhishap” निबंध नंबर: 01 समाज में प्रत्येक प्रथा का सूत्रपात किसी अच्छे उद्देश्य को लेकर ही होता है, पंरतु कालातंर मे ये प्रथाएँ एक ऐसी रूढ़ि बन जाती हैं कि उससे मुक्ति पाना सहज नहीं होता। साथ ही उस प्रथा से समाज में बुराईयाँ भी पैदा होने लगती हैं। दहेज प्रथा भी आजकल...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत का अतीत और भविष्य Bharat ka Ateet aur Bhavishya भारत अत्यन्त प्राचीन देश है। इसका अतीत अत्यंत गौरवाशाली है। भारत की सभ्यता और संस्कृति विश्व में प्राचीनतम है। हमें इस पर गर्व है। भारत देश हमारे लिए स्वर्ग के समान सुंदर है। इसने हमें जन्म दिया। इसके अन्न-जल से हमारा पालन-पोषण हुआ। इस देश का नाम भारतवर्ष है। आधुनिक भारत उतर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
कर्म ही पूजा है Karm hi Pooja Hai व्यक्ति की सफलता के लिए कर्मठ होना आवश्यक है। उसे कर्म में ही विश्वास करना चाहिए। जिस व्यक्ति में आत्म-विश्वास है, वह व्यक्ति जीवन में कभी असफल नहीं हो सकता है, हाँ जो व्यक्ति हर बात के लिए मुँह जोहता है, उसे अनेक बार निराशा का सामना करना पड़ता है। अकर्मण्य व्यक्ति ही भाग्य के भरोसे बैठता है। कर्मवीर व्यक्ति तो बाधाओं...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
प्रगति के पथ पर भारत Pragati ke Path par Bharat भारत निरंतर प्रगति के पथ पर विकसित होता चला आ रहा है। आजाद भारत ने 60 वर्ष की यात्रा पूरी कर ली है। अब उसकी योजनाओं का सुफल मिलना शुरू हो गया है। अपनी उपलब्धियों को हम अक्सर कमतर आँका करते हैं। गर्व की अनुभूति में वह ताकत है जो आम जन में आशाओं और उम्मीदों का नया...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नशाखोरी-एक अभिशाप Nashakhori-Ek Abhishap मादक द्रव्य सेवन की प्रवृत्ति हजारों वर्ष पुरानी है। अनुसंधान एवं वस्तु-निर्माण की शक्ति से युक्त मानवों ने सभ्यता के विकास के साथ एक से बढ़कर एक उपयोगी चीजें खोज लीं, उपकरण बना लिए, वस्तुएँ निर्मित कर लीं। इस क्रम में उन्होंने मादक द्रव्य ढूँढ़ निकाले एवं उनका प्रयोग करना सीख लिया। भारते के प्राचीन ग्रंथों में ’सोम’ और ’सुरा’ इस बात का प्रमाण है कि...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
वरिष्ठ नागरिकों की समस्याएँ Varishth Nagriko ki Samasyaye वर्तमान समय में वरिष्ठ नागरिक जनों का समूह एक पृथकता ग्रहण करता जा रहा है। लगभग 65 वर्ष के व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक की कोटि में आते हैं। सामान्यतः सभी सेवा-निवृत व्यक्ति स्वयं को वरिष्ठ नागरिक जन मानते हैं। आप इन लोगों को प्रातः एवं सांयकाल पार्कों में सैर करते अथवा ताश खेलते देख सकते हैं। इन्हें अपना समय बिताने के लिए कुछ-न-कुछ...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
सूचना प्रौद्योगिकी की उपलब्धियाँ Information Technology ki Uplabhdiya आधुनिक युग समूचना पौद्योगिकी क्रान्ति की वजह से आई. टी. (सूचना पौद्योगिकी) का युग कहा जा सकता है। मानव की वैगानिक उपलब्धियों में यह महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी उपलब्धि है। कंप्यूटर और इंटरनेट के सहयोग से आज का मानव विश्व के किसी भी भाग से किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त कर सकता है। वह सम्पूर्ण विश्व में अपने उत्पादन का विज्ञापन कर...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment