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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 216)
लालबहादुर शास्त्री Lal Bahadur Shashtri ’’सूरमा नहीं विचलित होते क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नांे को गले लगाते हैं, कांटों में राह बनाते हैं।’’ सचमुच, शास्त्रीजी को अपने लिए कांटो के बीच से ही रास्ते बनाने पड़े थे। लालबहादुर शास्त्री के पास न तो कोई पैतृक पृष्ठभूमि थी और न ही शारीरिक सौष्ठव। दूसरी ओर शास्त्रीजी के सामने बाधाओं के पहाड़ आये। आर्थिक विपन्नता ऐसी थी कि नाव से गंगा...
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September 26, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
श्री राजीव गांधी Shri Rajiv Gandhi अल्प समय में भारतीय राजनीति में ’मिस्टर क्लीन’ के नाम से चर्चित स्व0 राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 ई0 को मुम्बई में हुआ था। इनकी माता का नाम इन्दिरा गांधी तथा पिता का नाम फिरोज गांधी था। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा दिल्ली मंे हुई। आगे की शिक्षा के लिए राजीव गांधी देहरादून के वेलहोम स्कूल में दाखिल हुए। वहां से आई0एस-सी0 की परीक्षा...
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September 26, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
श्रीमति इन्द्रिरा गांधी Shrimati Indira Gandhi स्वतन्त्र भारत की प्रथम महिला प्रधान-मन्त्री इन्द्रिरा गांधी को कौन नहीं जनता है। एक विदेशी लेखक किंग्सले ने ठीक ही व्यक्त किया है-’’ अप्रतिम सौन्दर्य और शील के साथ जब बौद्धिक चेतबा का भी संयोग हो जाता है, तब उसका नाम हो जाता है-इन्द्रिरा गांधी।’’ इन्द्रिरा गांधी का जन्म इलाहाबाद (उ0 प्र0) के आनन्द भवन में सन् 1917 ई0 की 19 नवम्बर को हुआ था।...
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September 26, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वामी विवेकानन्द Swami Vivekanand 11 सितम्बर 1893 ई0, दिन सोमवार को अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित विश्व-धर्म सम्मेलन भारत के लिए चिरस्मरणीय है; क्योंकि इस महासम्मेलन में मात्र 29 वर्षीय गौर वर्ण, उन्नत ललाट और दिव्य मुखमण्डल वाले एक भारतीय संन्यासी ने ऐसी धूम मचायी कि उसके सामने अन्य सभी प्रतिनिधि धूमिल पड़ गये। इनके सम्बोधन- ’भाइयों एवं बहनों।’ से विश्व बन्धुत्व की अनुभूति पहली बार साकार हो उठी। सारी...
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September 24, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी Rashtrapita Mahatma Gandhi निबंध नंबर : 01 महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला समय गांधी युग कहलाता है। गांधी भारतवासियों को कितने प्रिय लगते थे, इसके लिए प्रमाण की नही, इन पंक्तियों के मर्म को समझने की आवश्यकता है- चल पड़े जिधर दो पग मग में, चल पडे़ कोटि पग उसी ओर, पड़ गयी जिधर भी एक दृष्टि, पड़ गये कोटि दृग उसी ओर। (दिनकर) दूसरी बात यह...
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September 24, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वतंत्रता के बाद क्या खोया-क्या पाया Swatantrata ke baad kya khoya kya paya 15 अगस्त 1947 को हमार देष भारत स्वतंत्र हुआ। इसने दासता के बंधन को छिन्न-भिन्न कर फेक दिया। ब्रिटिष साम्राज्य की सत्ता को हमने पैरों से कुचल दिया। अपने शहीदों, बलिदानियों, राष्ट्रभक्त नेताओं और महापुरूषों पर हमें गर्व है जिसके कारण हमें आजादी मिली। 1947 से आज तक इस महायात्रा के बीच हमें क्या मिला और हमने...
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September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
सूचना का अधिकार विधेयक Suchna ka Adhikar Vidheyak देष के प्रशासन में पारदर्शिता लाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम में किए गए वायदे को पूरा करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए यूपीए सरकार ने सूचना अधिकार विधेयक-2005 को संसद के दोनों सदनों से पास करा लिया। लोकसभा ने 11 मई को और राज्य सभा ने 12 मई 2005 को इस...
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September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी Suraksha Parishad me Bharat ki Davedari संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद विश्व शांति एवं सुरक्षा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र के दायित्वों को पूरा करने वाली संस्था है। इस संस्था को संयुक्त राष्ट्र की कार्यकारिणी या संयुक्त राष्ट्र संघ की कुंजी भी कहा जा सकता है। इसके (सं.रा.संघ) चार्टर की मूल व्यवस्था में 5 स्थायी तथा 10 अस्थायी सदस्य थे लेकिन 17 दिसम्बर 1965...
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September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment