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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 116)
नया नौ दिन, पुराना सौ दिन Naya no Din, Purana So Din इस कहावत का अर्थ है पुरानी चीजें देर तक टिकी रहती हैं। उन्होंने वक्त का इम्तिहान पास किया होता है। उनको इस्तेमाल करने में किसी प्रकार का खतरा नहीं होता। नए दोस्त तो उसी समय के साथी होते हैं किन्तु पुराने हर सुख-दुःख की घड़ी में आपके साथ खड़े रहते हैं। पुराने दोस्त कुछ समय के लिए दूर...
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April 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पहले सोचो फिर करो इस कहावत का अर्थ यह है कि हमें कोई भी कार्य करने से पहले सोचना समझना चाहिए। सभी तथ्यों को समझकर ही किसी भी कार्य का आरंभ करना चाहिए। जो लोग बिना सोचे समझे कार्य शुरू कर देते हैं उन्हें बाद में पछताना पड़ता है। केवल मूर्ख ही नए काम में बिना दिमाग इस्तेमाल किए पड़ जाते हैं। बुद्धिमान लोग तथ्यों को समझे बिना कोई भी कार्य...
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April 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सादा जीवन उच्च विचार Sada Jeevan Ucch Vichar यह कहावत जीवन जीने के ढंग को बयान करती है। इसका अर्थ यह है कि हमें बाहरी कपड़ों को अधिक महत्त्वता नहीं देनी चाहिए। कपड़े केवल शरीर को ढकने के लिए होते हैं। यह व्यक्ति के व्यक्तित्व को नहीं दर्शाते। व्यक्ति भड़कीले तथा महंगे कपड़े पहन कर महान् नहीं बनता। कपड़े सादे तथा साफ-सुथरे होने चाहिए। हम देख सकते हैं कि जिन...
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April 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
रोक थाम इलाज से बेहतर है यह कहावत हमें हमारी सेहत का ज्ञान देती है। यह हमें बताती है कि हमें किस प्रकार बीमारियों तथा बुरी सेहत से बचना चाहिए। यदि हम इसका पालन नहीं करेंगे तो हम बीमार हो जाएंगे। हमें अपनी खाने-पीने की आदतों पर नियंत्रण रखना चाहिए। यदि हम ध्यान नहीं देंगे तो बीमार हो जाएंगे। बीमार हो कर हम डॉक्टर के पास जाएंगे तथा फिर उसका...
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April 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जियो और जीने दो यह कहावत हमें भाईचारे का संदेश देती है। इसे समाज में शांति फैलाने तथा लोगों में आपसी समझ बढाने के लिए अपनाना चाहिए। हर जगह गला काट देने वाली प्रतियोगिताएं लगी हुई हैं। हर कार्य के पीछे एक ही कारण है-पैसा। हर कोई दूसरों को पछाड कर आगे बढना चाहता है। मुख्य चीजों को हड़पने के लिए कानून तथा सिद्धांत एक तरफ रख दिए जाते हैं।...
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April 15, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बचपन ही व्यक्ति का निर्माता होता है यह कहावत जीवन का महान् सत्य है। इसका अर्थ यह है कि एक बच्चा व्यक्ति के जीवन में ऐसे होता है जैसे दिन में सुबह। जो आदतें वह बचपन में डाल लेता है वह जीवन भर उसके साथ चलती हैं। व्यक्ति एक विद्वान् बने, एक नेता बने या कुछ और, यह उसके बचपन की आदतों का नतीजा होता है। बचपन जीवन का मुख्य...
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April 15, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है यह कहावत यह बताती है कि हमारी आवश्यकताओं के कारण ही नई चीजों का आविष्कार होता है। यदि हमें किसी चीज़ की ज़रूरत होती है तो हम अपने सभी साधन उसे ढूंढने में लगा देते हैं। पुराने समय में इंसान जंगलों में रहता था। खुद को जंगली जानवरों से बचाने के लिए उसने गुफाओं में रहना शुरू किया। पका हुआ भोजन खाने के लिए आग...
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April 15, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
प्राकृतिक सुन्दरता ही आनन्द का असली स्त्रोत है सुन्दरता वह चीज़ है जिसे हर कोई देखना पसन्द करता है। ईश्वर ने सृष्टि में बहुत खूबसूरत चीजें बनाई हैं। हमें उनसे प्रेम तथा उनकी प्रशंसा करनी चाहिए। इसमें कोई शक नहीं कि हर चीज़ की सुन्दरता अधिक देर तक नहीं रहती। एक खूबसूरत फूल, एक तारों वाली रात, एक सुन्दर चेहरा हमें बहुत आनन्द प्रदान करता है। बड़े-बड़े कलाकारों की पेंटिंग,...
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April 15, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment