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Bhartiyo ko Angreji kyo padhni chahiye? “भारतीयों को अंग्रेजी क्यों पढ़नी चाहिए?” Hindi Essay 300 Words for Class 10, 12.

भारतीयों को अंग्रेजी क्यों पढ़नी चाहिए?

Bhartiyo ko Angreji kyo padhni chahiye?

जब भारत स्वतंत्र हुआ तो बहुत से लोगों ने माँग की थी कि अंग्रेजी को भी इस देश से निकाल दिया जाए। यह हमारे शासकों की भाषा थी इसलिए हमारी दासता की पीड़ा जनक याद दिलाती है। परन्तु समय के साथ-साथ हमारी असहनशीलता कम हो गई है। अनुभव ने हमें सिखाया है कि अंग्रेजी उतनी ही हमारी भाषा है जितनी अंग्रेजों की। अब यह हमारे प्रशासन की दूसरी भाषा है। एक राज्य नागालैंड में तो यह प्रथम भाषा है।

सौभाग्यवश यह भाषा हमारे लिए बेगानी नहीं रही। इससे हमारा सम्पर्क अब काफी पुराना हो गया है। अतः हमारे लिए इसके पक्ष में समर्थन प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। जहाँ एक ओर अफ्रीका के देश अंग्रेजी पढ़ाने के लिए दूसरे देशों से अध्यापकों को बुला रहे हैं। वहाँ हमारे पास हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इनकी संख्या बहुत अधिक है। यदि हमें कभी इस भाषा को समाप्त करना पड़ा तो इसका तात्पर्य न केवल यह होगा कि हमें नये सिरे से आरम्भ करना पड़ेगा अपितु हम इस एक उपलब्धि को भी खो बैठेंगे।

अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिक, कला और साहित्य के अमूल्य खजाने भरे पड़े हैं। विज्ञान का विकास बड़ी तेजी से हो रहा है और इस भाषा के बिना आधुनिकतम प्रवृत्तियों और आविष्कारों के बारे में जानकारी प्राप्त करना हमारे लिए सहज नहीं होगा। साहित्य के क्षेत्र में, अंग्रेजी से अनुवाद ने हमारी भाषा को समृद्ध बना दिया है। और यह कृतघ्नता की पराकाष्ठा होगी यदि इस कामधेनु को, जिसने हमें अमृत तुल्य दुग्ध प्रदान किया है, हम निर्वासित कर देते हैं। उपरोक्त सभी कारणों से भारतीयों के लिए यह एक विवेकपूर्ण और समझदारी की बात होगी कि हम इस अमूल्य भाषा का अध्ययन करें।

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