Home » Posts tagged "Hindi Nibandh" (Page 12)

Hindi Essay on “Television aur Uski Upyogita”, “टेलीविज़न और उसकी उपयोगिता” Complete Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
टेलीविज़न और उसकी उपयोगिता Television aur Uski Upyogita Essay No. 01  जान-विज्ञान के हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे वैज्ञानिकों ने अनेक अदभत सफलताएँ प्राप्त की हैं। टैलीविज़न भी ऐसी ही एक उपलब्धि है। टैली का अर्थ है दर और विजन का अर्थ है दृष्टि अर्थात् ऐसा उपकरण जिसके द्वारा दर घटने वाली घटनाएँ भी देखी जा सकें। हिन्दी में इसका दूरदर्शन’ नाम अत्यन्त उपयुक्त है। स्काटलैंड के एक वैज्ञानिक ने...
Continue reading »

Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Jab Aave Santosh Dhan” , “जब आवै संतोष धन, सब धन धूरि समान” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
जब आवै संतोष धन, सब धन धूरि समान Jab Aave Santosh Dhan Best 4 Hindi Essay on “Jab Aave Santosh Dhan” निबंध नंबर :- 01  ‘हरि अनंत, हरिकथा अनंता’ की भाँति हमारी इच्छाओं का भी कोई अंत नहीं होता। एक इच्छा पूरी होती नहीं कि दूसरी इच्छा पैदा हो जाती है। पूरा जीवन हम इच्छाओं के मूकड-जाल में फंसे रहते हैं। इच्छाओं के इस असीम सागर को पार करना तो किसी...
Continue reading »

Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pustkalaya ”, ”पुस्तकालय” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
पुस्तकालय Pustkalaya  Essay No. 01 पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं। हर प्रकार का ज्ञान आज के युग में पुस्तकों के रूप में उपलब्ध है। आज प्रायःसभी लोग ज्ञान की प्राप्ति के प्रयत्न करते रहते हैं। पुस्तकें ज्ञान भी देती है मनोरंजन भी करती हैं। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। उनको पढ़ने से ज्ञान भी मिलता है, समय का सदुपयोग भी हो जाता है। कोई व्यक्ति कितना भी धनवान क्यों...
Continue reading »

Hindi Essay on “Yadi mein Shiksha Mantri hota”, “यदि मैं शिक्षा मन्त्री होता” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
यदि मैं शिक्षा मन्त्री होता Yadi mein Shiksha Mantri hota Best 3 Essays on “Yadi mein Shiksha Mantri Hota”. निबंध नंबर : 01 प्रस्तावना : शिक्षा ही राष्ट्र की बहुमुखी प्रगति का मूल स्रोत है। इसलिये हर राष्ट्र के कर्णधार शिक्षा को बहुत महत्त्व देते आए हैं। विदेशी शासकों ने हमारे राष्ट्र पर स्थायी रूप से शासन हेतु यहाँ की शिक्षा प्रणाली इस प्रकार की बनायी थी, जिससे हम परतन्त्रता की...
Continue reading »

Hindi Essay on “Yadi me Border Sipahi Hota”, “यदि मैं सीमान्त सिपाही होता” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
यदि मैं सीमान्त सिपाही होता Yadi me Border Sipahi Hota निबंध नंबर : 01 प्रस्तावना : भारत विशाल देश है। इसलिए इसका सीमांत भी अधिक विस्तृत है। इसके सीमांत के छोरों में बड़े-बड़े पहाड़, जंगल, मरुस्थल, नगर और सागर आदि हैं। चीन, पाकिस्ताने, बंगलादेश, नेपाल, बर्मा और तिब्बत आदि देशों की भूपटियाँ इसके सीमान्त छोरों पर पड़ती हैं। सीमान्त की महत्ता : सुरक्षा की दृष्टि से सीमांत छोरों की अधिक महत्ता...
Continue reading »

Hindi Essay on “Yadi mein Police Adhikari Hota”, “यदि मैं पुलिस अधिकारी होता” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
यदि मैं पुलिस अधिकारी होता Yadi mein Police Adhikari Hota निबंध नंबर : 01 प्रस्तावना : वह क्या बनना चाहता है ? यह प्रश्न शैशवकाल से ही हर व्यक्ति के मन में उभर आता  है। मेरे मन रूपी आकाश में भी ऐसे ही प्रश्नों ने खूब चक्कर काटे हैं। मैंने तभी से पुलिस अधिकारी बनने का निश्चय कर लिया था। उसका रौबदार चेहरा और शानदार वर्दी हमेशा आकर्षित करती रहती थी;...
Continue reading »

Hindi Essay on “Sainik Ki Aatma Katha”, “सैनिक की आत्मकथा” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
सैनिक की आत्मकथा Sainik Ki Aatma Katha प्रस्तावना : मेरा नाम सुमेर सिंह है। मुरादाबाद के पास मेरा छोटा-सा गाँव है। सिरसी। मेरे पूर्वज शौर्य के प्रतीक थे। बाल्यावस्था से ही उनके शौर्य और बलिदान की कहानियाँ मेरे कानों में पड़ती रही हैं। उनसे विचित्र-सी हिल्लौर मेरे मन में पैदा हो गई। बड़े होने पर मेरी भी इच्छा सैनिक बन कर देश के लिए कुछ करने की हो गई। सेना में...
Continue reading »

Hindi Essay on “Chaye ki Aatma Katha”, “चाय की आत्म-कथा” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
चाय की आत्म-कथा Chaye ki Aatma Katha प्रस्तावना : मैं चाय हूँ। आधुनिक पेय पदार्थों में सर्वोत्तम समझी जाती हैं। हर समाज में मेरा सम्मान हैं। आज की सभ्यता की मैं अमर देन हूँ। मैं सर्वत्र व्यापिनी हूँ। मेरे प्रेम में भेदभाव के लिए रंचमात्र भी स्थान नहीं है। मैं सभी को समान स्फूर्ति प्रदान करती हूँ। जीवन में शक्ति और स्फूर्ति संचारित करने के लिए मैं संजीवनी का काम करती...
Continue reading »