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Hindi Essay on “Hockey” , ” हाकी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

मेरा प्रिय खेल – हाकी

खेलो का मानव के जीवन में बहुत अधिक महत्त्व है | वह स्वभाव से खेल – कूद में रूचि रखता है | बच्चा थोडा होश सम्भालने के बाद से ही खेलो में अपना ध्यान केन्द्रित कर लेता है | इसके कई कारण है – एक तो यह कि खेल मानव के स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हुआ करते है, दुसरे यह कि मानव खेलो के माध्यम से कई प्रकार की शिक्षाए प्राप्त किया करता है , तीसरे इससे बच्चो में आपसी सहयोग , सगठन , अनुशासन और सहनशीलता की भावना उत्पन्न होती है |

भारतवर्ष में तो प्राचीनकाल से ही खेलो की परम्परा रही है | आजकल भारत में अनेक खेल राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर खेले जाते है, जैसे – क्रिकेट , हाकी , फुटबाल , वालीबाल , कबड्डी , टेनिस आदि | मुझे इन सबमे से हाकी का खेल बहुत पसंद है | यह भारत का राष्ट्रीय खेल भी है | इस खेल का जन्म आज से 4000 वर्ष पूर्व ईरान की धरती पर हुआ था | परन्तु इसे पूर्ण सम्मान तो भारत में ही मिला | भारतीय संरक्षण में रहकर रह  खेल खूब पनपा और विश्व में लोकप्रिय भी हुआ |

भारतवर्ष में हाकी का चलन 1885 ई. में प्रारम्भ हुआ था | 1895 ई. में बेटनकप टूर्नामेट आरम्भ हुआ जिसमे देश की सभी  प्रसिद्ध डिमो ने भाग लिया था | 1928 ई. में ओलम्पिक खेलो में भारत की राष्ट्रीय टीम गई और स्वर्णपदक प्राप्त किया | हाकी के जादूगर ध्यानचन्द और रुपसिह के अथक परिश्रम से भारत ने हाकी में अपनी धाक जमा ली थी | सन 1932 ,1935,1948 ,1952 व 1956 के ओलम्पिक में बारतीय टीम ने निरन्तर स्वर्ण पदक किए | इसके बाद सन 1968  व 1972 में केवल कास्य पदक ही प्राप्त हो सके | सन 1980 में फिर से स्वर्ण पदक पाकर भारतीय खिलाडियों ने अपने राष्ट्र का नाम संसार में ऊचा किया |

हाकी के आधुनिक रूप से पूर्व यह खेल देश के विभिन्न भागो में भिन्न –भिन्न नामो से पुकारा जाता था | पंजाब के देहातो में बच्चे इसे ‘खिद्दी-खुंण्डी’ नाम से खेलते है | सबसे पहले इस खेल के खिलाडियों पर किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नही था | किन्तु समय परिवर्तन के साथ यह खेल कुछ नियमो में जकड़ दिया गया | पहला नियम तो यह हुआ कि प्रत्येक टीम में 11 खिलाडी होगे | | दूसरा नियम यह हुआ कि गोल के सामने अर्द्ध गोलाकार ‘ लक्ष्मण रेखा’ सी खिची जाने लगी और गेद को उसमे से जाकर, चोट करके ही गोल किया जाने लगा | एक नियम यह भी है कि किसी कोने से चोट के बाद गोल में पहुँचाने से पहले किसी भी एक पक्ष द्वारा गेद को स्पर्श करना आवश्यक है |

इस प्रकार नियमो से बंधा यह हाकी का खेल खिलाडियों की शारीरिक चुस्ती मानसिक स्फूर्ति और उनके विकास की सीडी बन गया | यह एक ऐसा खेल है जो आत्मानुसार तथा पारस्परिक रूप में कार्य करने की प्रेरणा देता है |

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